घर पर वॉटर लिली कैसे उगाएं? | How to grow water lilies at home in Hindi

How to grow water lilies: वाटर लिली पौधा देखने में बहुत ही सुन्दर और आकर्षक लगता हैं। इनके हरे पत्तों के कारण इसकी इसकी सुंदरता और बढ़ जाती हैं। यह पौधा पानी में उगता हैं। यह आपको तालाबों में देखने को आसानी से मिल सकता हैं। कुछ लोग घर के गार्डन की सुंदरता को बढ़ने के लिए इसे लगाते हैं। यह पानी को स्वच्छ बनाता हैं और जलीय जीवों को अनुकूल वातावरण प्रदान करता हैं। अगर चाहे तो आप भी इसे अपने घर में लगा सकते हैं। इसको लगाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान हैं। आप इसे प्लास्टिक टब, गमलों और सीमेंट के के बने हुए छोटे टबों उगा सकते हैं। आईये हम आपको बताते अपने घर के गमलों में वाटर लिली को कैसे लगाते हैं।

सही प्रकार की वॉटर लिली चुनें

वाटर लिली मुख्यता दो प्रकार की पायी जाती हैं, हार्डी वाटर लिली और ट्रॉपिकल वाटर लिली। हार्डी वाटर लिली को उगने की लिए ठंडा वातावरण की जरुरत होती हैं और ट्रॉपिकल वाटर लिली को उगने के लिए गर्म वातावरण की जरुरत पड़ती हैं। गर्म जलवायु के कारण ट्रॉपिकल वाटर लिली पानी की सतह से ऊपर उठ जाती हैं जिससे वह देखने में सुन्दर लगती हैं। यदि आप पहली बार वाटर घर में लगा रहे हैं तो हार्डी वाटर लिली आपके लिए सही चुनाव रहेगा।

सही मिट्टी का उपयोग करें

वाटर लिली के लिए गार्डन की मिट्टी का उपयोग नहीं किया जाता हैं क्योकि यह मिट्टी पानी में आसानी से घुल जाती हैं और पौधों को ख़राब कर सकती हैं। वाटर लिली के पौधे के लिए आपको सही मिट्टी का मिश्रण तैयार करना होता हैं। आपको इसके लिए दो भाग चिकनी मिट्टी और एक भाग बालू का मिश्रण तैयार करना होता हैं। यह जड़ो को मजबूत बनता हैं और पौधों को जरुरी पोषक तत्व देता हैं। मिट्टी में कभी भी जैविक खाद या उर्वरक का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योकि यह पानी को प्रदूषित करता हैं और शैवाल का बढ़ाता हैं। यह वाटर लिली के लिए हानिकारक होता हैं।

वाटर लिली को लगाने का सही तरीका

इसको लगाने के लिए इसकी जड़ो को हलके से कोण पर रखे। इसको सीधा नहीं लगाना चाहिए क्योकि इसकी पत्तियों का विकास प्रभावित होता हैं। जड़ो को मिट्टी से ढक देना चाहिए और ऊपर का हिस्सा खुला रखना चाहिए जिससे पौधे का विकास हो सके। मिट्टी के ऊपर बजरी दाल देना हैं जिससे गमले मिट्टी पानी से न घुले।

वाटर लिली को पानी में रखे

वाटर लिली को पानी में रखते समय हमेशा यह ध्यान रहना चाहिए कि उसकी पत्तियां पानी के अंदर ना हो यह पानी की सतह पर ही होना चाहिए। पौधे को लगभग 12 से 24 इंच की गहराई पर रखना चाहिए और पानी की गहराई पौधे के प्रकार पर निर्भर करती है। जितना बड़ा पौधा होता है पानी की गहराई उतनी ही रखना चाहिए अगर पानी बहुत गहरा होगा तो पौधा धीरे-धीरे वृद्धि करेगा और अगर पानी उथला होगा तो उसकी जड़े सही तरह के से विकसित नहीं हो सकती हैं। पानी की मात्रा भी पौधे की वृद्धि को प्रभावित करता है।

धूप और तापमान

वाटर लिली के पौधे को अच्छी तरह से विकसित होने के लिए धूप की अत्यधिक जरूरत होती है। इसे कम से कम 5 से 6 घंटे की धूप मिलना अति आवश्यक है। अगर धूप इसको कम मिलती है तो इसके फूलों की संख्या कम हो सकती है और फूलों की ग्रोथ भी काम हो जाएगी और फूल कम विकसित होंगे। पत्तियों की वृद्धि भी बहुत कम हो सकती है ट्रॉपिकल वाटर लिली गर्म तापमान में अत्यधिक बढ़ती है जबकि हार्ड वाटर ली ठंडा मौसम को सहन नहीं कर पाती है।

खाद और पोषण

वाटर लिली को अच्छे तरीके से विकसित होने के लिए खाद की भी आवश्यकता होती है लेकिन यह खाद एक संतुलित मात्रा में हो तो ज्यादा अच्छा होता है। तरल खाद का उपयोग वाटर लिली के पौधे के पानी में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह वाटर लिली के पानी को गंदा कर सकता है। शैबाल को विकसित कर सकता और उनकी वृद्धि को भी बढ़ा सकता है। पानी में पाए जाने वाले पौधों के विकास के लिए अधिकतर फर्टिलाइजर टैबलेट का उपयोग किया जाता है जिन्हें हर हफ्ते 3 से 4 हफ्ते मिट्टी में दवा देना चाहिए।

खाद डालने से पौधे को जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं और यह जल्दी-जल्दी विकसित होने लगता है और अधिक फूल देने लगता है। लेकिन खाद डालते समय इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए की खाद को हमेशा जड़ों के पास ही डालना चाहिए ताकि पौधे को पूर्णता लाभ मिल सके।

वॉटर लिली सीड से कैसे बनाये

वाटर लिली का बीज उगाने के लिए उसका बाहरी आवरण और उनको हल्का घिसकर कमजोर कर लेते हैं ताकि उसका अंकुरण आसानी से होने लगे। उसके बाद वाटर लिली को पारदर्शी कंटेनर में रखकर ऐसे स्थान पर रखें जहां पर धूप हो। इस गमले का पानी हर दिन बदलना चाहिए जिससे फफूंद ना लगे। लगभग 7 से 10 दिनों में छोटे अंकुरण होने लगते हैं। जब पत्तियां बनने लगती है तो उन्हें धीरे-धीरे मिट्टी से भरे गमले में लगा दिया जाता है और कम गहरे पानी में रखा जाता है। जैसे-जैसे पौधा बड़ा होता है, इसी गहरे पानी में रख दिया जाता है। सही देखभाल करने से कुछ महीनो बाद वाटर लिली फूलने लगती है।

वॉटर लिली को फैलने में कितना समय लगता हैं

वाटर लिली के विकसित होने की क्षमता उसकी प्रजाति और पर्यावरण परिस्थितियों पर निर्भर करता है। हार्ड वाटर लिली हर साल नई जगह को विकसित करता है और धीरे-धीरे करके फैलता है। जबकि ट्रॉपिकल वाटर लिली को यदि गर्म मौसम मिलता है तो वह तेजी से फैलने लगता है और अधिक को पत्तियां और उसमें फुल उत्पन्न होने लगते हैं यदि वाटर लिली को सही धूप पोषण और सही जल स्तर मिलता है तो वह दो से तीन महीने में एक बड़ी से क्षेत्र को कवर कर लेती है लेकिन वाटर लिली जब तालाबों में पाई जाती तो वह बिना नियंत्रण के भी तालाब में अधिक दूर तक फैल जाती है जिससे पानी की सतह पूरी तरीके से ढक जाती है और पानी की ऑक्सीजन पर बहुत प्रभाव पड़ता है।

वाटर लिली कितने समय में अंकुरित होती हैं

यदि वाटर लिली को अच्छा पोषण धूप एवं अच्छा पानी मिले तो वाटर लिली लगभग 7 से 10 दिन में अच्छी तरह से अंकुरित होने लगती है। और अच्छे अंकुरण के लिए इसके बीच को घिसकर पानी में डाला जाता है जिससे बहुत जल्दी पौधे बनना चालू हो जाते हैं सही देखभाल के साथ यदि इसे रखा जाए तो यह तीन से चार हफ्तों में विकसित होने लगता है।

वॉटर लिली की जड़ कैसे लगाते हैं

यदि आप जड़ के द्वारा या राइजोम के द्वारा एक नया पौधा बनाना चाहते हैं तो वाटर लिली के लिए एक स्वस्थ जड़ को चुनना होता है उसके बाद उसे एक तेज चाकू से काटते हैं ताकि प्रत्येक जड़ का टुकड़ा एक काली के समान हो जाए। अब इस जड़ के कटे हुए हिस्से को दालचीनी या कोयला पाउडर मिलाकर फिर से पानी में डाल दिया जाता है जिससे पौधे की ग्रोथ फिर से होने लगती है।

वॉटर लिली का रख रखाव

वाटर लिली की अच्छी रखरखाव के लिए इसे लगभग 5 से 6 घंटे की धूप मिलना चाहिए और लगभग 12 से 24 इंच तक पानी भरा होना चाहिए और इसके अलावा वाटर प्लांट फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाता है. मरी हुई पत्तियों को पानी में से हटा दिया जाता है जिससे नई पत्तियां को जगह मिल सके और मुरझाई हुई पत्तियों को भी पानी में से हटा दिया जाता है। पानी का स्तर बनाए रखना चाहिए और हर हफ्ते में इसका पानी बदलना चाहिए पानी में यदि शैवाल आ रहे हैं तो इन्हे साफ कर देना चाहिए।

निष्कर्ष

यदि आप अपने घर में वाटर लिली का पौधा होना चार दिन तो बहुत ही आसान तरीके से और मजेदार तरीके से आप इसको अपने घर में उगा सकते हैं। अगर आप इस प्लांट की सही देखभाल करते हैं तब सही मिट्टी,, पानी की गहराई नियमित पोषण वाटर लिली को बहुत अच्छी तरह से ग्रोथ करा सकता है। चाहे वह गमले में हो चाहे तालाब में या फिर सीमेंट के टब में हो। वाटर लिली आपके गार्डन को और अधिक सुंदर बनाता है तथा इसको देखने में भी बहुत आकर्षक लगता है और यह जब वातावरण में रहता है तो शांति और ताजगी प्रदान करता है। सही देखभाल और धैर्य से आप अपने घर में वाटर लिली का पौधा उगा सकते हैं और इनके सुन्दर और आकर्षक फूलों का आनंद ले सकते हैं।

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