गमले में लगाएं ये टॉप 10 आम की बेहतरीन किस्में | Best Mango Varieties for Pots in Hindi

Best Mango Varieties for Pots: आम सभी के पसंदीदा फलों में से एक हैं, आम जितना स्वादिष्ट होता हैं उतना ही लाभकारी भी होता हैं। ज्यादातर गर्मियों में आम की पैदावार बहुतायत से होती हैं, लेकिन आम के पेड़ पर अन्य मौसमों में भी फल लगते हैं। अधिकतर लोग यही मानते हैं की आम का पेड़ केवल बड़े बगीचे और खेतों में ही लगाया जाता हैं लेकिन आपको बता दें की आम की कई किस्में हैं (Aam Ki Variety In Hindi) जिन्हें गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है।

आम के पौधे को उचित देखभाल और उन्नत किस्मों के साथ आप अपने घर पर गमले में भी ऊगा सकते हैं और साल में दो से तीन बार आम की पैदावार भी ले सकते हैं। इसके लिए आप आम की सही वेरायटी के साथ, मिट्टी की उचित तैयारी और लगातार पौधे की देखभाल की आवश्यकता होती हैं। इस तरह से आम का पौधा आपके घर में गमले में भी अच्छी ग्रोथ कर फल दे सकता है।

आम की उन्नत किस्मों और उचित देखभाल से लोग अपनी बालकनी, टैरेस और छोटे आंगन में आम की छोटी किस्में लगाकर ताजे फलों का आनंद ले रहे हैं। आप इस लेख में जानेंगे की उचित पैदावार के लिए आम की बेस्ट किस्में (Best Mango Varieties for Pots) कौन सी हैं, जिन्हें गमले में उगाया जा सकता है। उन्नत किस्मों के अलावा आप ये भी जानेंगे की आम के पौधे की देखभाल कैसे करें जिससे आपको अच्छे व स्वादिष्ट फल सीजन भर प्राप्त हो सकें।

गमले के लिए आम की सबसे अच्छी किस्म | Mango Varieties For Container Growing In Hindi

उन्नत किस्मों का उपयोग करके आम की उचित पैदावार ली जा सकती हैं। लेकिन ज्यादातर पारंपरिक किस्मों को ही तवज्जों देते हैं, ऐसा करने से आप आम की उन्नत किस्मों के फायदों से वंछित रह जाते हैं। इस लेख में हम आपको आम की 10 बेस्ट वैरायटी (Best Mango Variety For Pots In Hindi) बताने जा रहे हैं, जो गमले में लगाने पर भी अच्छी ग्रोथ देती हैं। इन्हें आप अपने घर पर गमले, ग्रो बैग या कंटेनर में भी ऊगा सकते हैं। आइये जानते हैं आम की बेस्ट किस्मों के बारे में।

अम्रपाली – Amrapali in Hindi

अम्रपाली आम की एक लोकप्रिय हाइब्रिड किस्म है, जो नीलम और दसहरी के संयोजन से विकसित की गई है। इसका पौधा ड्वार्फ टाइप का होता है, इसलिए इसे छोटे गमलों या बालकनी में भी आसानी से उगाया जा सकता है। अम्रपाली के फल मध्यम आकार के, मीठे और रसीले होते हैं, जो खाने में अत्यंत स्वादिष्ट लगते हैं। इसके पौधों का आकार छोटा होने के साथ-साथ यह सीमित स्थान में भी बेहतर फ्रूटिंग प्रदान करता है, जिससे शहरी इलाकों में इसे खूब पसंद किया जाता है।

इस किस्म की खासियत यह है कि यह कम देखभाल में भी अच्छी पैदावार देती है। बालकनी या टैरेस गार्डन में अम्रपाली का सफलतापूर्वक पालन करके ताजा और गुणवत्तापूर्ण आम उपलब्ध कराया जा सकता है। इसकी नियमित सिंचाई और धूप की उचित व्यवस्था से आप अच्छी उपज और स्वास्थ्ययुक्त फल प्राप्त कर सकते हैं।

केन्सिंग्टन प्राइड – Kensington Pride in Hindi

केन्सिंग्टन प्राइड ऑस्ट्रेलिया की एक उत्कृष्ट आम की किस्म है, जिसे खास तौर पर छोटे बागवानी इलाकों के लिए विकसित किया गया है। इस पौधे की ऊँचाई सीमित रहती है, जिससे यह गमलों में उगाने के लिए उपयुक्त बनता है। इसके फल मध्यम आकार के, सुनहरे पीले रंग के और मीठे स्वाद से भरपूर होते हैं, जो बाजार में इसकी मांग को बनाए रखते हैं। यह किस्म विशेष रूप से गर्म जलवायु में बेहतर फलती है।

घर के छोटे आंगन, बालकनी या टैरेस में इसे उगाना आसान है, जिससे शहरों में आम की खेती करना संभव होता है। पौधों को नियमित पानी देना और उपयुक्त धूप मिलना इस किस्म की बढ़वार और फल उत्पादन के लिए आवश्यक है। सही देखभाल से केन्सिंग्टन प्राइड किस्म से आप स्वादिष्ट आम प्राप्त कर सकते हैं।

पेलिकन – Pelican in Hindi

पेलिकन आम की बौनी और गमले में उगाने के लिए उपयुक्त वैरायटी है, जो छोटे बागटिच्चे तथा हर्बल गार्डन वाले घरों के लिए आदर्श विकल्प मानी जाती है। इसका पौधा कम ऊँचाई तक बढ़ता है और गमलों में अच्छी तरह से फलता-फूलता है। पेलिकन के फल मध्यम आकार के नर्म गूदेदार और स्वाद में अत्यंत मधुर होते हैं, जो ताजा खाने पर मन को भाते हैं।

यह किस्म कम देखभाल में भी बेहतर उत्पादन दे सकती है यदि पौधों को पर्याप्त धूप, पानी एवं पोषण मिलता रहे। इससे घरेलू स्तर पर शुद्ध फल उगाने का कार्य सरल और सस्ता बनता है। बालकनी या टैरेस में गमलों के माध्यम से इसकी खेती कर आप स्वयं पौष्टिक आम का लुत्फ उठा सकते हैं।

रातौल – Ratol in Hindi

रातौल आम उत्तर भारत क्षेत्र की विशिष्ट व लोकप्रिय किस्म है, जो अपने छोटे पौधों के कारण बालकनी और छोटे गमले में उगाने के लिए बहुत उपयुक्त है। इसकी मिठास और सुगंध इसे बाजार में बेहद पसंदीदा बनाती है। छोटे आकार का पौधा कम स्थान घेरता है और 2-3 वर्ष में फल देना शुरू कर देता है, जिससे घर में ताजे आम का आनंद लेने वालों के लिए यह एक आदर्श विकल्प बन जाता है।

रातौल की कीट प्रतिरोध क्षमता अच्छी होती है, जिससे पौधों को कम कीटनाशकों की आवश्यकता होती है। नियमित पानी देना, धूप प्रदान करना और जरूरी पोषण देना इस किस्म के बेहतर विकास और फल देने के लिए आवश्यक है। इससे आप व्यक्तिगत खेती को सफल बना सकते हैं।

नैम डोक माई | Nam Dok Mai in Hindi

थाईलैंड की खूबसूरत और रसीली नैम डोक माई आम की किस्म गमले में उगाने के लिए अनुकूल है। इसका पौधा छोटा होता है जो घर के सीमित स्थानों जैसे बालकनी या टैरेस में आसानी से व्यवस्थित किया जा सकता है। इसके फल पीले रंग के, मध्यम आकार के और मीठे स्वाद के होते हैं, जो खाने में बेहतरीन गुडार से भरे हुए होते हैं।

सही मिट्टी, नियमित सिंचाई और पर्याप्त धूप मिलने पर यह किस्म बेहतर फल देती है। इसकी देखभाल सरल है और यह कम समय में फल देना शुरू कर देती है, जिससे घर के वातावरण में ताज़गी बनी रहती है तथा शुद्ध फल का आनंद मिलता है।

ऐरविन | Irwin in Hindi

जापान की प्रसिद्ध ड्वार्फ किस्म ऐरविन आम कम ऊँचाई वाले पौधों में से एक है, जो गमले में उगाने के लिए उपयुक्त साबित होती है। इसका पौधा सीमित स्थान में बढ़ता है, जिससे छोटे घरों के लिए यह बहुत बेहतर विकल्प है। इसके फल मध्यम आकार के, लाल पीले रंग के और मीठे स्वाद में होते हैं, जो खाने में बेहद लजीज लगते हैं।

नियमित केयर और खाद्य पोषण के साथ, यह किस्म जल्दी फल देना शुरू कर देती है। शहरों में छोटे बागवानी उद्यानों के लिए इस किस्म का चयन करना फायदेमंद होता है क्योंकि यह अत्यधिक देखभाल की मांग नहीं करती।

पालमर | Palmer in Hindi

पालमर आम की किस्म कम ऊँचाई तक फैलती है और गमलों में उगाने के लिए बहुत उपयुक्त मानी जाती है। इसके फल बड़े आकार के, मीठे और अरोमाटिक होते हैं, जो बहुत लोगों को पसंद आते हैं। यह किस्म गर्म और उपोष्ण कटिबंधीय जलवायु में भी बेहतर फलोत्पादन करती है, जिससे यह भारत के कई भागों में सफल है।

धूप, पानी और समय-समय पर खाद देने से पालमर किस्म की बेहतर वृद्धि होती है और यह जल्दी फल देने लगती है। इसे छोटे आंगन, बालकनी या टैरेस में उगाकर घर पर ताजे आम का आनंद आसानी से लिया जा सकता है।

मल्लिका | Mallika in Hindi

मल्लिका आम एक हाइब्रिड किस्म है, जो नीलम और दसहरी के क्रॉस से विकसित हुई है। इसका पौधा बौना होता है, जिससे इसे गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है। इसके फल मध्यम आकार के और स्वाद में मीठे व गूदेदार होते हैं, जो घर में फलोत्पादन के लिए बेहद उपयुक्त हैं।

सही मिट्टी का चयन और नियमित देखभाल के साथ मल्लिका जल्दी फल देना शुरू कर देती है। यह किस्म छोटे घरों, बालकनी और टैरेस में गमले या कंटेनर खेती के लिए एक बेहतरीन विकल्प प्रदान करती है।

बेनी इशिवारा | Beni Ishiware in Hindi

जापान की लोकप्रिय बौनी किस्म बेनी इशिवारा छोटे आकार के पौधों वाली है, जो गमले में भी आसानी से उगाई जा सकती है। इसके फल छोटे से मध्यम आकार में होते हैं, मीठे और सुगंधित होते हैं, जो स्वाद में बेहद आकर्षक होते हैं। यह किस्म गर्म जलवायु में भी तेजी से बढ़ती है और बेहतर फल देती है।

गमलों में इस पौधे को नियमित पानी, धूप और खाद देने से पौधा अच्छा विकास करता है। यह ताजा फल पाने के लिए घर में लगाने के लिए उपयुक्त विकल्प है, खासकर सीमित जगह में।

पिक्सी | Pixie variety in Hindi

पिक्सी आम की बौनी किस्मों में शामिल है, जो छोटे पौधों वाले गमलों में भी आसानी से बढ़ सकती है। इसकी पौधे की ऊँचाई कम होती है, जो छोटे वर्गों और घरों में आम उगाने वालों के लिए आदर्श होती है। इसके फल छोटे आकार के, अत्यंत मीठे और सुगंधित होते हैं, जो खाने में बेहद पसंद किए जाते हैं।

गर्म और आर्द्र जलवायु में यह किस्म बेहतर फल देती है। उचित देखभाल और पर्यावरण के अधिकतम उपयोग से पिक्सी किस्म घर पर ताजे आम का लाभ पहुंचाती है। इसके सीमित आकार के कारण इसे टैरेस गार्डन और छोटे गमलों में उगाना सबसे सुविधाजनक होता है।

इस प्रकार, छोटे गमलों में आम उगाने के लिए उपयुक्त इन विभिन्न किस्मों का चयन करके आप आसानी से घर पर ताजा और स्वादिष्ट आम प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, सही देखभाल, पर्याप्त धूप, सिंचाई, और अच्छे पोषण से इन पौधों का विकास बेहतर होता है, जो बेहतर उपज और गुणवत्ता सुनिश्चित करता है।

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